65+ Bharosa Todne Wali Shayari – भरोसा तोड़ने वाली शायरी

Bharosa Todne Wali Shayari - भरोसा तोड़ने वाली शायरी

दोस्तों भरोसा किसी भी रिश्ते की सबसे मजबूत नींव होती है, लेकिन जब यही भरोसा टूट जाता है, तो दिल में ऐसा दर्द छोड़ जाता है जो शायद कभी नहीं भरता. किसी अपने का विश्वास तोड़ देना सबसे बड़ा धोखा होता है, और यही तकलीफ शायरी के जरिए बयान की जाती है. भरोसे के टूटने पर लिखी गई शायरियां उस दर्द को लफ्ज़ों में ढालती हैं, जो किसी को समझाना मुश्किल होता है. आईये पढ़ते है भरोसा तोड़ने वाली शायरी.


भरोसा तोड़ने वाली शायरी

वहम था मेरा जो तुम पर भरोसा किया,
लोगों ने तो सिर्फ दिल तोड़ा था,
तुमने तो मेरा रूह निचोड़ दिया।
समुंदर की लहरों पर भरोसा कर बैठे,
कल वो डुबा कर हमें किनारा कर बैठे।
अब ज़रा सा भी किसी पर भरोसा नही होता हैं,
और जब भी होता हैं दर्द बड़ा ही बेहद होता हैं।
उसी से पूछ लो उसके इश्क की कीमत,
हम तो बस भरोसे पे बिक गए।
कुछ ठोकरों के बाद नजाकत आ गयी मुझमें,
अब दिल के मशवरों पे मैं भरोसा नहीं करता।
नसीब से ज्यादा भरोसा तुम पर किया
फिर भी नसीब इतना नहीं बदला
जितना तुम बदल गए।
आजकल न जाने कब
बदल जाए इंसान भरोसा नहीं,
कहते हैं जो भरोसा करो हम पर,
अक्सर भरोसा तोड़ते हैं वहीं।
भरोसा काँच की बोतल की तरह होता है,
जो एक बार टूट जाए तो फिर से जुड़ नहीं सकता।

Bharosa Todne Wali Shayari

हर कोई कातिल है इस शहर में
कुछ भरोसे का कुछ उम्मीदों का।
बेशक किसी को माफ बार-बार करो,
लेकिन भरोसा सिर्फ एक बार करो।
भरोसा टूटा है वहम की दवाई मत दो,
कहीं और जाकर शरीफ बनो मुझे सफाई मत दो।
तेरी दोस्ती पर हमने इतराया था,
हर दर्द में तेरा साथ पाया था,
पर छल से दिल को तड़पाया था।
इश्क़ और तबियत का कोई
भरोसा नहीं यारों,
मिजाज़ से दोनों ही दगाबाज़ है।
लाखो की हंसी तेरे नाम कर दूंगी
बस भरोसा मत तोड़ना मै,
अपनी हर खुशी तुम पर कुर्बान कर दूंगी।
नसीब वालों को मिलता है ऐसा हमसफ़र,
जो दूर रहकर भी भरोसा ना तोड़े।
भरोसा क्या करना गैरो पर,
जब खुद गिरना है चलना है अपने ही पैरो पर।

भरोसा तोड़ने वाली शायरी 2 Line

एक में ही था जो तुम पर भरोसा कर बैठा,
वरना बताने वालो ने सब कुछ ठीक ही बताया था।
उन्हे अपनी जिंदगी तो बना लिया हमने
लेकिन ये भूल गए की,
जिंदगी का कोई भरोसा नहीं होता।
खुद पर भरोसा करने का हुनर सीख लो,
सहारे कितने भी भरोसेमंद हो,
एक दिन साथ छोड़ ही जाते हैं।
भरोसा न कीजिए कभी मौसम और इश्क का
गरजते हैं कहीं और तो बरसते कहीं और हैं।
सब पर भरोसा है, पर कुछ नहीं हासिल है,
जिस तरफ पीठ करो वहीं खड़ा कातिल है।
दिल को तेरी चाहत पे भरोसा भी बहुत है,
और तुझ से बिछड़ जाने का डर भी नहीं जाता।
भरोसा लफ्जो का छोटा सा है,
मगर यकीन दिलाने मे पूरी जिंदगी निकल जाती है।
तेरी दोस्ती का हर पल याद किया,
भरोसा तुझ पर दिन-रात किया,
पर तेरा धोखा दिल ने कभी न सोचा।

भरोसा न करने वाली शायरी

एक बार फ़िर शक भरोसे से सबूत मांग रहा है,
हँस रही है क़िस्मत फ़िर एक रिश्ता दफ़न हो रहा है।
जिंदगी एक खेल है चलती रहेगी पर,
​कभी किसी का भरोसा मत करना।
दोस्ती की राह में क्यों कांटे बो दिए,
दिल के रिश्ते को क्यों छल से भर दिए,
भरोसे की डोर तुमने क्यों तोड़ दिए।
खुद से बढ़कर भरोसा है मुझे तुम पर,
इस भरोसे को तुम बेकार न करना।
टूटी हुई चीज हमेशा तकलीफ देती हैं,
जैसे के दिल भरोसा और सब से ज्यादा उम्मीद।
भरोसा जितना कीमती होता है,
धोखा उतना ही महँगा हो जाता है।
सब पर भरोसा है, पर कुछ नहीं हासिल है,
जिस तरफ पीठ करो, वहीं खड़ा कातिल है।
दोस्ती का नाम लेकर दिल को लूट लिया,
भरोसे की डोर को खुद ही तोड़ दिया,
अब तेरी याद ने हर ख्वाब को छीन लिया।

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