85+ Gangster Shayari in Hindi – गैंगस्टर शायरी हिंदी में
गैंगस्टर शायरी उन लोगों के लिए होती है जो अपनी शर्तों पर जीते हैं, जिनकी पहचान उनके नाम से नहीं, बल्कि उनके अंदाज से होती है. यह शायरी दमदार, बेखौफ और जुनूनी लोगों की सोच को बयां करती है. जो लोग खुद के उसूलों पर चलते हैं और किसी के आगे झुकना पसंद नहीं करते, उनके लिए ये शायरी एकदम परफेक्ट होती है. आईये पढ़ते है Gangster shayari हिंदी मे.
Gangster Shayari
तेरा गरूर ऐसा तोड़ेंगे की,
देखने वाले भी हाथ जोड़ेंगे।
आग लगा देंगे उस महफ़िल में
जहां बगावत हमारे खिलाफ होगी।
खामोशी पर मत जा मेरे भाई,
हस्ते हस्ते तेरी हस्ती मिटाने का दम रखता हू।
खौफ नहीं है किसी के बाप का,
जो दिल में आएगा, वही करेंगे।
पूरे शहर में नाम चलता है फ़ोटो लगे हैं थाने मैं,
शेर जैसा जिगरा चाहिऐ हमको हाथ लगाने मैं।
बुरे काम हम करते नहीं,
और किसी के बाप से डरते नहीं।
शेरों का शिकार नहीं किया जा सकता,
शेर बाज़ की निगाह से चलते हैं।
दुश्मन जितने भी बड़े हों,
हमारे अंदाज के सामने छोटे ही लगते हैं।
गैंगस्टर शायरी हिंदी में
शौक नहीं हमें दुश्मन बनाने का,
मगर जब भी बनाते हैं, उसे सुला देते हैं।
हम बुरे लोग हैं जनाब,
बुरे वक्त में ही काम आयेंगे।
हमारा नाम ही काफी है, डराने के लिए,
हमारी परछाई ही कयामत है।
दुश्मनी गलती से भी की,
तो जान भी लेने के लिए तैयार हूँ।
वैसे तो बड़ा दिल है मेरा,
पर हर किसी की औकात नहीं की वह बैठ सके।
प्यार से बात की तो प्यार ही पाओगे
अगर दुश्मनी मोल ली तो मारे जाओगे।
लायक नहीं हु में नालायक हु में,
तेरे जैसे भड़वे के लिए खलनायक हु में।
हमारी ताकत का अंदाजा हमारे जोर से नहीं,
दुश्मन के शोर से पता चलता है।
Gangster Shayari 2 Line
हम वो हैं जो दुश्मनों के मन में खौफ पैदा करते हैं,
और अपने दोस्तों के दिलों में प्यार।
अगर खून खानदानी हो,
तो वफादारी विरासत में मिलती है मेरी जान।
जिनके अंदाज़ अलग होते हैं,
उनके दुश्मन हज़ार होते हैं।
हम दुश्मन को भी सिखा देते हैं,
इज्जत और अदब का मतलब।
कुछ सही तो कुछ खराब कहते हैं,
लोग हमे बिगड़ा हुआ नवाब कहते हैं।
जहां से तेरी बदमाशी ख़त्म होती है,
वहां से मेरी नवाबी शुरू होती है।
सबने हमें अपनी अपनी औकात दिखाई है,
अब औकात दिखाने की बारी हमारी आई है।
हाथ में खंजर ही नहीं आँखों में पानी भी चाहिए,
हमें दुश्मन भी थोड़ा बदमाश चाहिए।
गैंगस्टर शायरी स्टैटस
जुबान नहीं, दिमाग चलाता हूँ,
जलने वालों को और जलाता हूँ।
सुना है तुझमे बहूँत दम है,
चल देखते है आज तेरे सामने हम है।
जिस चीज का तुम्हे खौफ है,
उस चीज का हमें शौक है।
बदमाशी छोड़ दी हमने दुश्मन जानते हैं,
अभी भी खौफ देख हमें बाप मानते हैं।
दुश्मनी की बात तो तू ना ही कर,
हम दोस्ती वहा निभाते हैं जहाँ लोग दुश्मनी से डरते हैं।
नवाब हैं हम नवाब,
दुश्मन की शक्ल देखकर,
हम उसकी औकात बता देते हैं।
पीठ पीछे कोई क्या भोंका है,
Ghanta फर्क नहीं पड़ता,
सामने सालो का मुंह तक
नहीं खुलता बस इतना ही काफी है।
जिगर वाले का डर से कोई वास्ता नहीं होता,
हम वहां भी कदम रखते है जहां रास्ता नहीं होता।