50+ Chahat Shayari in Hindi – चाहत शायरी हिंदी मै

Chahat Shayari in Hindi - चाहत शायरी हिंदी मै

दोस्तों चाहत सिर्फ एक एहसास नहीं, बल्कि वो जुनून है जो किसी को टूटकर चाहने से आता है ये बेइंतहा मोहब्बत, दीवानगी और समर्पण की सबसे खूबसूरत शक्ल होती है जब किसी से सच्ची चाहत हो जाए, तो उसके बिना कुछ भी अधूरा लगता है. शायरी के जरिए इस गहरी फीलिंग को बयां करना और भी खास बन जाता है. आईये पढ़ते है कुछ ऐसी ही चाहत शायरी हिंदी मै.


Chahat Shayari in Hindi

तेरा ज़िक्र तेरी फ़िक्र तेरा एहसास तेरा ख्याल,
तू खुदा तो नहीं फिर हर जगह क्यों है।
तेरे ख्याल में जब बेख्याल होता हूँ,
जरा सी देर को ही सही बेमिसाल होता हूँ।
लम्हों की पंखुड़ियां बिखरने लगी है,
अब तेरी यादो की चाहत निखरने लगी है।
मेरी भी एक चाहत थी, मरते दम तक तेरे साथ चलने की,
वरना मोहब्बत तो किसी-से भी हो सकती है।
खोजने चला था एक शख्श की चाहत को,
खुद को ही खो दिया उसकी मोहब्बत में।
तेरे ख़त की इबारत की मैं स्याही बन गया,
होता तो चाहत की डगर का मैं भी राही बन गया होता।
अचानक से तुम मिली, अचानक से ही चाहत बनी तुम
मोहब्बत हुई बेशुमार उनसे वो मेरी दिल ऐ राहत बन गयी।
रोज वो ख़्वाब में आते हैं गले मिलने को,
मैं जो सोता हूँ तो जाग उठती है किस्मत मेरी।

रोमांटिक चाहत शायरी

हमारे बाद नहीं आएगा तुम्हें चाहत का,
ऐसा मज़ा तुम लोगों से कहते फ़िरोगे,
मुझे चाहो उस की तरह।
दिल से पूछो तो आज भी तुम मेरे ही हो,
ये ओर बात है कि किस्मत दगा कर गयी।
महफ़िल में गले मिल के वो धीरे से कह
गए ये रस्म-ए-अंजुमन है चाहत का गुमाँन कर।
उनकी चाहत में हम कुछ यूँ बंधे हैं,
कि वो साथ भी नहीं और हम अकेले भी नहीं।
कैसे छुपाऊँ तुम्हे अब में,
मेरी रूह में भी तुम ही बसी हो।
खोने का ग़म और पाने की चाहत ना होती, तो आज,
ना खुदा होता कोई, और ना ही इबादत होती
मज़ा आ जाए गर हो जाए इतना अबकी,
बारिश में हमारी चाहत के आँसू तुम्हारी छत पे जा बरसे।
वो वक़्त और था जब तुझे पाने की हसरत थी
अब तो तू खुदा बन के आये भी तेरा सजदा ना करू।

चाहत शायरी दो लाइन

तेरी चाहत मेरे संग अगर पूरी नही,
तो मेरी चाहत भी तेरे बिना अधूरी नही।
जरूरी नही तुम मेरा हर कहना मानो,
दहलीज पर रख दी चाहत अब आगे तुम जानो।
इश्क़ में तेरे, मेरा यू वजूद मिट रहा है,
अब न कहना ये मुझे तेरे जिस्म की चाहत है।
वादे वफ़ा के और चाहत जिस्म की,
अगर ये मोहब्बत है तो फिर हवस किसे कहते है।
जिनका मिलना मुकद्दर में लिखा नहीं होता,
उनसे मोहब्बत कसम से कमाल होती है।
एक आरजू है मेरी आओ ख़्वाब में एक बार दुआ है,
उस रात कभी सुबह ना हो।
हमारे बाद नहीं आएगा तुम्हें चाहत का
ऐसा मज़ा तुम लोगों से कहते फ़िरोगे
मुझे चाहो उस की तरह।
महफ़िल में गले मिल के वो धीरे से कह,
गए ये रस्म-ए-अंजुमन है चाहत का गुमाँ न कर।

चाहत शायरी हिंदी फोटो

ना जाने क्यों तुझे देखने के बाद भी,
तुझे देखने की चाहत है।
चाहत बन गये हो तुम या आदत बन गये
हो तुम हर सांस में यू आते जाते हो जैसे
मेरी इबादत बन गये हो तुम।
इंसान की चाहत है, उसे उड़ने के लिए पर मिले,
और परिंदे सोचते है उन्हें रहने के लिए घर मिले।
जनाब ये इश्क मेरा उसे रास ना हुआ
उड़ाया था मजाक जिसने मेरा
उसे ही मेरी चाहत का एहसास ना हुआ।
बहके बहके ही अंदाज-ए-बयां होते हैं,
जब आप होते हैं तो हम होश में कहाँ होते हैं।
मेरी चाहत का एहसास भी ना होगा उसे,
उसकी हर अदा पसन्द आई बेवफाई के सिवा।
चाहत फिक्र इम्तेहान सादगी वफा,
मेरी इन्हीं आदतों ने मुझे मरवा दिया।

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